बाजार में आपने कई तरह की सब्जियां देखी होंगी जिनके दाम आम तौर पर 10 से 100 रूपए प्रति किलो तक होते हैं। जब सब्जी के दाम थोड़े भी बढ जाते हैं तो इंसान महंगाई डायन खून चूस रही है कह कर सर पकड़ लेते हैं। तो आज हम आपको एक ऐसी सब्जी के बारे में बताएंगे जिसके रेट सुनने के बाद आप सर नहीं पकड़ेंगे, बल्कि आपके पैरों तले जमीन ही खिसक जाएगी। यकीनन इसके बाद आपको दूसरी सब्जियों के दाम कम लगने लगे। दरअसल जिस सब्जी की बारे में हम बात कर रहे हैं उसका नाम ‘गुच्छी‘ है।
गुच्छी को स्थानीय भाषा में टटमोर, डुंघरू और छतरी के नाम से भी जाना जाता है। भारत के अन्य क्षेत्रों में लोग इसे स्पंज मशरूम कहते हैं। इस सब्जी को वैज्ञानिक नाम मार्कुला एस्क्यूपलेंटा दिया गया है। यह सब्जी हिमाचल, कश्मीर और हिमालय के ऊँचे हिस्सों में पैदा होती है। इसे घरों में या खेतों में नहीं उगाया जा सकता। यही कारण है की ये सब्ज़ी दूसरी सब्जियों से महँगी होती है।
क्या है कीमत –
यह सब्जी पहाड़ो पर बिजली की गड़गड़ाहट और चमक से बर्फ से निकलती है। गुच्छी का मिलना बड़ा ही दुर्लभ माना जाता है। इसलिए इसकी कीमत बाजार में 25000 रूपए से 30000 रूपए प्रति किलो होती है। कश्मीर और हिमाचल की ऊँची पहाड़ियों पर रहने वाले लोगों के लिए यह सब्जी मार्च और अप्रैल के महीने में कमाई का अच्छा साधन बनती है। भारत के साथ ही स्पेन, इटली और अमेरिका जैसे देशों में इस सब्जी की मांग होने से इसे होटल वाले हाथों हाथ खरीद लेते हैं।
क्या हैं फायदे –
वैज्ञानिकों द्वारा इस सब्ज़ी को औषधीय गुणों से परिपूर्ण कहा जाता है। इस सब्जी का इस्तेमाल सर्दियों के मौसम में किया जाता है। इसे बनाने में ड्राई फ्रूट्स और देशी घी का इस्तेमाल किया जाता है। पहाड़ो पर साधू संत ढूंढ ढूंढ कर इस सब्ज़ी को इकट्ठा करते हैं। इसका स्वाद बेहद लज़ीज़ होता है साथ ही इसमें विटामिन और प्रोटीन भी भरपूर मात्रा में होता है। दिल के रोगियों के लिए यह सब्जी किसी वरदान से कम नहीं है। यही वजह है की गुच्छी को सबसे सबसे महंगी सब्जी कहा गया है।