यूँ तो हिन्दुस्तान में अनेकों नदियाँ हैं। यही वजह है की भारत को नदियों का देश भी कहा जाता है। नदियां ही कई जगह पर पीने के पानी का प्रमुख स्त्रोत है। इसलिए भारत में नदियों को माता का दर्जा देकर पूजा भी जाता है। लेकिन दुःर्भाग्य की बात है की जहाँ एक तरफ नदियों को पूजा जा जाता है वहीं इसमें लोग अपने कपडे और गाड़ियां धो कर इसे गन्दा भी करते हैं। ऐसे में भारत की कई बड़ी नदियाँ जैसे कि गंगा,यमुना,नर्मदा आदि आज के समय में मानव द्वारा फैलाई जा रही गंदगी से दूषित हो चुकी हैं।
यूँ तो जहाँ भी जाओ नदी किनारे कचरा ही देखने को मिलता है। लेकिन बता दें की आज भी भारत में एक ऐसी नदी है जिसका पानी इतना साफ़ है की वो कांच की तरह पारदर्शी दिखती है। जी हाँ हम आपसे भारत की इसी अनोखी नदी की बात करने वाले हैं।
जी हाँ, हम बात कर रहे है “उमगोट नदी” की जो कि मेघालय के जैंतिया हिल्स जिले में स्थित है। मेघालय की यह नदी अगर कोई देखने जाए तो भारतीय नदियों के प्रति उस इंसान का दृष्टिकोण ही बदल जाए। हरी चट्टानों के बीच शांत बहती हुई और चांदी की तरह चमकती हुई यह नदी ऐसी प्रतीत होती है मानो कोई जादू सा हो। कई लोग इस नदी की तुलना स्वर्ग की नदी से भी करते हैं। बता दें की हजारों सालों से यह नदी इतनी ही साफ़ और पारदर्शी है।
मीडिया की नज़र नहीं पड़ने की वजह से यह नदी ज्यादा लोकप्रिय नहीं हुई है। यही कारण भी है की यह आज लोगों द्वारा फैलाए जा रहे प्रदूषण से बची हुई है। वैसे यहाँ आने वाले लोगों को नदी में कचरा ना फेकने की हिदायत भी दी जाती है और ऐसा ना करने पर उनके खिलाफ दंडात्मक कार्यवाही करने की चेतावनी दी जाती है। यह नदी भारतीय और बांग्लादेशी मछुआरों के लिए मछली पकड़ने का प्रमुख स्थान भी है। ठण्ड के दिनों में इस स्थान की खूबसूरती देखते ही बनती है। जब चमकती हुई इस नदी की पेनी धार और कल-कल करता हुआ पानी का स्वर इंसान को आनंदित कर देता है।